एक बार एक आदमी टैक्सी का इंतेजार कर रहा था
एक भिखारी उसके पास आया और पैसे माँगने लगा
उसने भिखारी को नजरंदाज किया
लेकिन भिखारी पीछा छोड़ने वाला नहीं था
वह बार बार पैसे माँग रहा था
आदमी के समझ में आ गया की यहऐसे नहीं मानेगा
अचानक उसके दिमाग में एक विचार आया...
उसने भिखारी से कहा :
"मेरे पास पैसे नहीं है, यदितुम मुझे बताओ कि तुम उन
पैसो का क्या करोगे तो मैं मदद कर सकताहूँ"
भिखारी : "मैं एक कप चाय पियुंगा"
आदमी : "मै तुम्हे चाय के बदले सिगरेट दे सकता हूँ"
कह कर उसने जेब से सिगरेट निकाला और भाई की और बढ़ाया
भिखारी : "मैं सिगरेट नहीं पीता यह सेहत के लिये नुक़सानदेह है"
आदमी मुसकुराया और दुसरी जेब से शराब की बोतल निकाल कर
भिखारी से कहा : "ये बोतल ले लो और मजे करो, बहुत
मजा आयेगा"
भिखारी : "शराब दिमाग की सोचको विकृत करता है और लीवर
को नुक़सान पहुँचाता है"
आदमी दुबारा मुसकुराया और भिखारी से बोला :"मैं
कैसीनो जा रहा हूँ, वहाँ कुछ जुगाड़ लगा कर जुआ खेलतेहैं,
जो जीतेंगे वो तुम रख लेना, और मुझे छोड़ देना"
भिखारी ने विनम्रतापुर्वक कहा : "जुआ खेलना बुरी बात है, मैं
जुआ नहीं खेल सकता"
परेशान होकर आदमी ने कहा :"क्या तुम मेरे साथ मेरे घर चलोगे"
भिखारी सोच में पड़ गया, इसके साथ जा कर हो सकता है कुछ
मिले और हो सकता है कुछ ना भी मिले
और शंकित होकर पुछा : "आप मुझे घर क्यों ले जाना चाहते हैं"
आदमी ने जवाब दिया :
"मेरी बीवी हमेशा एक ऐसे आदमी को देखना चाहती है जिसमे कोई
बुरी आदत ना हो, मैं उसे दिखाना चाहता हूँ की बिना बुरी आदत के
आदमी का क्या हाल होता है"..
एक भिखारी उसके पास आया और पैसे माँगने लगा
उसने भिखारी को नजरंदाज किया
लेकिन भिखारी पीछा छोड़ने वाला नहीं था
वह बार बार पैसे माँग रहा था
आदमी के समझ में आ गया की यहऐसे नहीं मानेगा
अचानक उसके दिमाग में एक विचार आया...
उसने भिखारी से कहा :
"मेरे पास पैसे नहीं है, यदितुम मुझे बताओ कि तुम उन
पैसो का क्या करोगे तो मैं मदद कर सकताहूँ"
भिखारी : "मैं एक कप चाय पियुंगा"
आदमी : "मै तुम्हे चाय के बदले सिगरेट दे सकता हूँ"
कह कर उसने जेब से सिगरेट निकाला और भाई की और बढ़ाया
भिखारी : "मैं सिगरेट नहीं पीता यह सेहत के लिये नुक़सानदेह है"
आदमी मुसकुराया और दुसरी जेब से शराब की बोतल निकाल कर
भिखारी से कहा : "ये बोतल ले लो और मजे करो, बहुत
मजा आयेगा"
भिखारी : "शराब दिमाग की सोचको विकृत करता है और लीवर
को नुक़सान पहुँचाता है"
आदमी दुबारा मुसकुराया और भिखारी से बोला :"मैं
कैसीनो जा रहा हूँ, वहाँ कुछ जुगाड़ लगा कर जुआ खेलतेहैं,
जो जीतेंगे वो तुम रख लेना, और मुझे छोड़ देना"
भिखारी ने विनम्रतापुर्वक कहा : "जुआ खेलना बुरी बात है, मैं
जुआ नहीं खेल सकता"
परेशान होकर आदमी ने कहा :"क्या तुम मेरे साथ मेरे घर चलोगे"
भिखारी सोच में पड़ गया, इसके साथ जा कर हो सकता है कुछ
मिले और हो सकता है कुछ ना भी मिले
और शंकित होकर पुछा : "आप मुझे घर क्यों ले जाना चाहते हैं"
आदमी ने जवाब दिया :
"मेरी बीवी हमेशा एक ऐसे आदमी को देखना चाहती है जिसमे कोई
बुरी आदत ना हो, मैं उसे दिखाना चाहता हूँ की बिना बुरी आदत के
आदमी का क्या हाल होता है"..
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