आओ इसबार दिवाली कुछ यूँ मनाएँ
चारों ओर खुशियों के दीप जलाएँ ....
मन के अँधेरे दूर भगाएँ
मन में नया विश्वास जगाएँ ...
रोते हुए बच्चों को हसाएँ
सुने आँगन में प्यार के दीप जलाएँ ...
एक दीप जलाकर ,, एक पौधा लगाएँ
रोशनी के साथ ही हरियाली फैलाएँ ...
भूखे को रोटी खिलाएँ
भटके को राह दिखाएँ ...
भ्रष्टाचार को दूर भगाएँ
देश के प्रति अपना कर्तव्य निभाएँ ...
निराशाओं में आशा बधाएँ
बुराइयों से खुद को बचाएँ ...
हाथ मिलाएँ , प्रेम बढाएँ
मन के सारे भ्रम मिटाएँ ...
अच्छा सीखे और सिखाएँ
आओ इसबार दिवाली कुछ यूँ मनाएँ
चारों ओर खुशियों के दीप जलाएँ ...
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