सिस्टर मेरे बेटे की सांसें उखड़ रहीं हैं, जल्दी कुछ कीजिये, डॉक्टर को
बुलाइए, वर्ना बेटा चला जाएगा।' सिस्टर ने मरीज को कुछ दवाएं और इंजेक्शन
देने के बाद रोती हुई महिला को समझाया कि डॉक्टर हड़ताल पर हैं, नहीं आएंगे।
इसके कुछ देर बाद युवक की सांसें थम गई। इकलौते बेटे को खोकर मां छाती
पीट-पीटकर बिलख पड़ी तो पिता अपनी किस्मत को कोसने लगा। सोमवार को हैलट के
मेडिसिन वार्ड में यह हृदयविदारक दृश्य देखकर मौजूद तीमारदारों की रूह कांप
गई।
Tuesday, March 4, 2014
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