Wednesday, April 23, 2014

बाल-बच्चेदार पुरुष करते हैं ज्यादा तरक्की

अगर आप सोचते हैं कि आपके बच्चे बस निजी जिंदगी की कोमल भावनाओं से जुड़े हैं, तो अभी आपको यह जानकारी नहीं है कि वे सिर्फ दिल का सुकून ही नहीं, बल्कि तरक्की का रास्ता भी हैं।
        
बच्चे अपने माता-पिता की पूरी जिंदगी और उनकी सोच को एक झटके में बदल देते हैं। उनकी खुशियां, उनका लालन पालन और उनकी सही परवरिश ही माता पिता की जिंदगी का केंद्र बन जाता है। 
       
अगर माता पिता कामकाजी हों, तो माना जाता है कि अब उनका मन काम के बजाय अपने बच्चों में लगा रहता है, लेकिन यह सही नहीं है। डेली मेल में प्रकाशित सर्वेक्षण रिपोर्ट में इसका खंडन करते हुये बताया गया है कि बाल बच्चेदार लोग अपने काम में ज्यादा ध्यान देते हैं और इसी कारण उनकी ज्यादा तरक्की होती है।
        
सर्वेक्षण में पाया गया है कि पुरुषों पर इसका ज्यादा सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। बच्चों के जन्म के बाद पिता को उसके पालन पोषण की जिम्मेदारी का अहसास होता है और वह काम में अधिक ध्यान देने लगता है। पुरुष अपनी इसी लगन के कारण तरक्की की सीढियां चढ़ने लगता है।
सर्वेक्षण में ब्रिटेन के 4600 कर्मचारियों से पूछे गये सवाल के आधार पर यह जाना गया है कि बाल बच्चेदार 74 प्रतिशत पुरुषों को नौकरी में कम से कम पांच पदोन्नतियां मिलती हैं, जबकि बिना बच्चों वाले 65 प्रतिशत पुरुषों को ही तरक्की मिलती है। 

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